भारत में कितने प्राइवेट बैंक है | List of Private Banks in India 2024

बैंक जनता के बीच सबसे भरोसेमंद वित्तीय संस्थान है और यह संस्था हमारी सभी आर्थिक जरूरतों को पूरा करती है। देश का कोई भी व्यक्ति इन वित्तीय संस्थानों में अपना खाता खोलनें के पश्चात सभी प्रकार की वित्तीय गतिविधियां संचालित कर सकता है | बैंक एक ऐसा वित्तीय संस्थान है, जो लोगो को को पैसे बचाने, वित्तीय लेनदेन करने और विभिन्न प्रकार की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ऋण प्रदान करती है | हालांकि, सभी बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नियंत्रित किये जाते है।

भारत में एक बैंक को 2 श्रेणियों सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक में वर्गीकृत किया गया है | ऐसे में हमारे लिए यह जानना आवश्यक है, कि भारत में कितने प्राइवेट बैंक है? यदि आपको इसकी जानकारी नहीं है, तो आपको यहाँ List of Private Banks in India 2024 के बारें में पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |

भारत में कितने विदेशी बैंक है

Table of Contents

प्राइवेट बैंक क्या है (What is Private Bank)

प्राइवेट या निजी क्षेत्र के बैंक के अंतर्गत वह सभी बैंक आते है, जिनका संचालन निजी रूप से किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा किया जाता है और उस बैंक का स्वामित्व भी उन्ही के पास होता है | दूसरे शब्दों में निजी क्षेत्र के वह बैंक होते हैं, जहां निजी व्यक्तियों या निजी कंपनियों के पास बैंक की इक्विटी का एक बड़ा हिस्सा होता है।

भले ही यह बैंक देश के केंद्रीय बैंक के दिशा-निर्देशों का पालन करते हों, परन्तु वह ग्राहकों के लिए अपनी स्वतंत्र वित्तीय रणनीति तैयार कर सकते हैं। इन बैंकों का एक बड़ा हिस्सा शेयर मार्किट में कारोबार करता है और कोई भी इन बैंकों के शेयरों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शेयर मार्केट से खरीद सकता है।

सरकारी बैंकों की अपेक्षा प्राइवेट या निजी क्षेत्र के बैंक की वित्तीय रणनीति अलग और काफी तेज होती है | इसके साथ ही यह बैंक मार्केट की स्थिति के अनुसार तत्काल रूप से वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम होते है, जिसके कारण इसं बैंकों में जमा और ऋण दोनों पर ब्याज दरों में तेजी से उतार-चढ़ाव होता रहता है।

बैंक खाते कितने प्रकार के होते हैं

भारत में प्राइवेट बैंक की सूची (List of Private Banks in India 2024)

प्राइवेट बैंक लिस्ट: भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों को लिस्ट इस प्रकार है – 

क्र०सं० बैंक का नाम स्थापना वर्ष मुख्यालय
1.ऐक्सिस बैंक1993मुंबई, महाराष्ट्र
2.बंधन बैंक2015कोलकाता, पश्चिम बंगाल
3.सीएसबी बैंक1920त्रिशूर, केरल
4.सिटी यूनियन बैंक१९०४कुंभकोणम, तमिल नाडु
5.डीसीबी बैंक1930मुंबई, महाराष्ट्र
6.धनलक्ष्मी बैंक1927त्रिशूर शहर, केरल
7.फेडरल बैंक        1931अलुवा, कोच्चि
8.एचडीएफसी बैंक1994मुंबई, महाराष्ट्र
9.आईसीआईसीआई बैंक1994मुंबई, महाराष्ट्र
10.आईडीबीआई बैंक1964मुंबई, महाराष्ट्र
11.आईडीएफसी फर्स्ट बैंक2015मुंबई, महाराष्ट्र
12.इंडसइंड बैंक     1994पुणे, महाराष्ट्र
13.जम्मू और कश्मीर बैंक1938श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर
14.कर्नाटक बैंक1924मंगलुरु, कर्नाटक
15.करूर वैश्य बैंक1996करूर, तमिल नाडु
16.कोटक महिंद्रा बैंक 2003मुंबई, महाराष्ट्र
17.नैनीताल बैंक1922नैनीताल, उत्तराखंड
18.आरबीएल बैंक1943मुंबई, महाराष्ट्र
19.साउथ इंडियन बैंक1929त्रिशूर, केरल
20.तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक1921तूतीकोरिन, तमिलनाडु
21.यस बैंक2004मुंबई, महाराष्ट्र

भारत में कितने पेमेंट बैंक है

भारत में निजी बैंक का नाम और विवरण (Name &Details of Private Bank in India)

1. ऐक्सिस बैंक (Axis Bank)

भारत में निजी बैंकों की सूची में एक्सिस बैंक का पहला नाम है। यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय निजी बैंक है। यह देश में पहली नई पीढ़ी के निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है। एक्सिस बैंक नें अपना परिचालन वर्ष 1994 में शुरू किया था। इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है।एक्सिस बैंक 2021 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है |

2. बंधन बैंक (Bandhan Bank)

बंधन बैंक, बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। इसने अपना परिचालन वर्ष 2015 में शुरू किया था। इसका मुख्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल में है।बंधन बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है। वर्तमान मेंइस बैंक के देशभर में 4 हजार से अधिक बैंकिंग आउटलेट्स का नेटवर्क है। बंधन बैंक शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण ग्राहकों को समान रूप से बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।

3. सीएसबी बैंक (CSB Bank)

सीएसबी बैंक को पहले कैथोलिक सीरियन बैंक के नाम से जाना जाता था और यह केरल का सबसे पुराना निजी क्षेत्र का बैंक है। इस बैंक की शुरुआत नवंबर 1920 में हुई थी, इसका मुख्यालय केरल के त्रिशूर में है।वर्तमान मेंसीएसबी की 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में इसकी 417 शाखाएँ और 310 एटीएम हैं। इसके 4 प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र एसएमई बैंकिंग, खुदरा बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग और ट्रेजरी संचालनहैं।

4. सिटी यूनियन बैंक (City Union Bank)

सिटी यूनियन बैंक को पहले कुंभकोणम बैंक लिमिटेड के नाम से जाना जाता था | इस बैंक को 31 अक्टूबर1904 को एक लिमिटेड कंपनी के रूप में शामिल किया गया था। वर्तमान में इस बैंक का मुख्यालय कुंभकोणम, तमिलनाडु में है। सिटी यूनियन नें वर्ष 1980 में तमिलनाडु के बाहर अपनी पहली ब्रांच खोली थी। वर्तमान में इस बैंक की देशभर में 700 से अधिक ब्रान्चेस और 1762 एटीएम का नेटवर्क है।

5. डीसीबी बैंक (DCB Bank)

डीसीबी बैंक एक नई पीढ़ी का प्राइवेट सेक्टर का बैंक है। डीसीबी, आरबीआई द्वारा विनियमितएक कमर्शियल बैंक है। इसकी बैंक की स्थापना वर्ष 1930 के दशक में हुई थी, हालाँकि वर्तमान में इस बैंक का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। डीसीबी बैंक मुख्य रूप से सेगमेंट रिटेल, माइक्रो एमएसएमई, मिड – कॉर्पोरेट, गवर्नमेंट, पब्लिक सेक्टर , इंडियन बैंक , को- ऑपरेटिव बैंक, एग्रीकल्चर, कमोडिटी और एनबीएफसी हैं।

6. धनलक्ष्मी बैंक (Dhanlaxmi Bank)

भारत में धनलक्ष्मी बैंक प्राइवेट सेक्टर के पुराने बैंकों में से एक है। इस बैंक को वर्ष 1927 में स्थापित किया गया था, इसका मुख्यालय केरल के त्रिशूर शहर में है। इस बैंक नें वर्ष 2015 में अपनें ग्राहकों की सुविधा के लिए “धन स्मार्ट” नामक एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया था। धनलक्ष्मी बैंक की टैगलाइन “तनमनधन” है।

7. फेडरल बैंक (Federal Bank)

फेडरल बैंक को वर्ष 1931 में स्थापित किया गया था और यह प्राइवेट सेक्टर की बहुत ही फेमस बैंक है | इस बैंक का मुख्यालय अलुवा, केरल में है। फेडरल बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है। भारत में विभिन्न राज्यों में इसकी 1284 शाखाओं और 1569 एटीएम का एक बड़ा नेटवर्क है। इस बैंक नें हाल ही में अबू धाबी और दुबई में अपना प्रतिनिधि कार्यालय स्थापित किया है।

8. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)

एचडीएफसी बैंक भारत का अग्रणी निजी बैंक है। एचडीएफसी निजी क्षेत्रपहला ऐसा बैंक है, जिसे वर्ष 1994 में आरबीआई से सैद्धांतिक अनुमति मिली थी। इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है, यह संपत्ति के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। इसके साथ ही यह यह दुनियाभर में 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों की सूची में एक है | विश्व स्तर पर इस बैंक की 5430 से अधिक शाखाएँ और 15,292 एटीएम हैं।

9. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)

आईसीआईसीआई बैंक प्राइवेट सेक्टर की सबसे विश्वसनीय में से एकहै | इस बैंक को वर्ष 1994 में स्थापित किया गया था और इसका रजिस्टर्ड ऑफिस वडोदरा, गुजरात में है|इस बैंक का कॉर्पोरेट कार्यालय (Corporate Office) मुंबई, महाराष्ट्र में है।देश भर में इस बैंक की 5 हजार से अधिक ब्रान्चेस और लगभग 15 हजार से अधिक एटीएम का विशाल नेटवर्क है। आईसीआईसीआई बैंक अपनें ग्राहकों को ग्रुप कम्पनीज और डिलीवरी चैनलों के माध्यम से अपनी सेवाएं प्रदान करता है।

10. आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank)

आईडीबीआई का फुल फॉर्म इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ इंडिया (Industrial Development Bank of India) है और इस बैंक का परिचालन वर्ष 1964 में किया गया था| इसका हेड ऑफिस मुंबई, महाराष्ट्र में है इसके साथ ही इस बैंक की देश भर में देश1500 से अधिक शाखाये और 3568 एटीएम का आल इंडिया नेटवर्क है।

11. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank)

आईडीएफसी बैंक नें अपनें कार्यों का संचालन वर्ष 2015 मेंशुरू किया था, इसका इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। यह बैंक छोटे व्यवसायों और कॉरपोरेट्स को वित्तीय प्रदान करता है। इस बैंक का 260 शाखाओं और 140 एटीएम का आल इंडिया नेटवर्क है।

12. इंडसइंड बैंक (Indusind Bank)

भारत में प्राइवेट बैंक की लिस्ट में शामिल इंडसइंड बैंक इसका उद्घाटन वर्ष 1994 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के द्वारा किया गया था | इस बैंक का head ऑफिस पुणे, महाराष्ट्र में है। इंडसइंड बैंक के 2.5 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं और देश भर में लगभग 2 हजार से अधिक शाखाओं का एक विशाल नेटवर्क है।

13. जम्मू और कश्मीर बैंक (Jammu & Kashmir Bank)

जम्मू और कश्मीर बैंक केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में एक सार्वभौमिक बैंक के रूप में कार्य करता है। यह देश के बाकी हिस्सों में एक विशेष बैंक के रूप में भी कार्य करता है। इस बैंक की स्थापना वर्ष 1938 में हुई थी और इसका मुख्यालय श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में है। देश भर में इस बैंक की 1 हजार से अधिक ब्रान्चेस और 1300 से अधिक एटीएम का नेटवर्क है।

14. कर्नाटक बैंक (Karnataka Bank)

कर्नाटक बैंक को 18 फरवरी, 1924 को कर्नाटक राज्य के तटीय शहर मंगलुरु में स्थापित  किया गया था। इस बैंक की 22 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 857 शाखाओं के साथ ग्राहकों को बैंकिं सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस बैंक में 8 हजार से अधिक कर्मचारी और 10.21 मिलियन से अधिक ग्राहक शामिल हैं।

15. करूर वैश्य बैंक (Karur Vysya Bank)

करूर वैश्य बैंक की शुरुआत वर्ष 1916 में हुई थी और इस बैंक का मुख्यालय तमिलनाडु के करूर में है। करूर वैश्य देश का एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है, इसके साथ ही यह बैंक अपनी 779 शाखाओं और 1658 का एटीएम नेटवर्क के साथ लोगो को अपनी सेवाएं दे रहा है | 

16. कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank)

भारत में प्राइवेट बैंक की लिस्ट कोटक महिंद्रा बैंक का नाम काफी फेमस है। कोटक बैंक देश के सबसे तेजी से बढ़ने वाले बैंकों में से एक है, यह कोटक समूह की प्रमुख कंपनी है। इस बैंक ने अपना परिचालन 2003 में शुरू किया था। इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। कोटक महिंद्रा बैंक 1500 से अधिक शाखाओं का एक बड़ा नेटवर्क है, जबकि 2500 से अधिक एटीएम लगभग 800 स्थानों को कवर करते हैं।

17. नैनीताल बैंक (Nainital Bank)

नैनीताल बैंक एक कामर्सियल बैंक होनें के साथ ही यह बैंक ऑफ बड़ौदा की सहायक कंपनी है। इसकी स्थापना वर्ष 1922 में क्षेत्र के लोगों की बैंकिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से की गई थी।नैनीताल बैंक अपने ग्राहकों को व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान करता है। इस बैंक का मुख्यालय नैनीताल, उत्तराखंड में है।

18.आरबीएल बैंक (RBL Bank)

आरबीएल (RBL) बैंक को पहले “रत्नाकर बैंक” के नाम से जाना जाता था। यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ते निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है, इस बैंक की स्थापना वर्ष 1943 में हुई थी। वर्तमान में यह 8.76 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है।

19. साउथ इंडियन बैंक (South Indian Bank)

भारत में प्राइवेट बैंकों की सूची साउथ इंडियन बैंक का नाम भी शामिल है | इस बैंक को  वर्ष 1929 में स्थापित किया गया था, इसका मुख्यालय केरल के त्रिशूर में है। साउथ इंडियन बैंक कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) को लागू करने वाला केरल का पहला बैंक है। इसकी 876 शाखाओं के साथ 1 हजार से अधिक एटीएम का नेटवर्क है। साउथ इंडियन बैंक की टैगलाइन “एक्सपीरियंस नेक्स्ट जेनरेशन बैंकिंग” है।

20. तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक (Tamil Nadu Mercantile Bank)

तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक का मुख्यालय थूथुकुडी, तमिलनाडु में है। इस बैंक को वर्ष 1921 मेंनादर बैंक के रूप में स्थापित किया गया था और नवंबर 1962 में इस बैंक का नाम परिवर्तित कर तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक कर दिया गया।पूरे भारत में इस बैंक की 509 शाखाएं, 12 रीजनल ऑफिस, 11 एक्सटेंशन काउंटर और 11 हजार से अधिक एटीएम हैं।

21. यस बैंक (Yes Bank)

यस बैंक भारत के शीर्ष और सबसे तेजी से बढ़ते निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है। इसकी स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। इस बैंक का पूरे भारत में 1 हजार से अधिक शाखाओं का व्यापक नेटवर्क है।इस बैंक का अबू धाबी में एक प्रतिनिधि कार्यालय भी है।यस बैंक की टैगलाइन “एक्सपीरियंस अवर एक्सपर्टीज” है |

All Bank Miss Call Balance

प्राइवेट बैंकिंग के फायदे और नुकसान (Private Banking Advantages and Disadvantages)

प्राइवेट बैंकिंग के फायदे (Private Banking Advantages)

  • संपर्क का एकल बिंदु:- प्राइवेट बैंकिंग एक समर्पित निजी बैंकर तक पहुंच प्रदान करता है जो चिंताओं को दूर कर सकता है, वित्तीय चुनौतियों का निवारण कर सकता है और आपको अपने बैंक के विशेषज्ञों के पास भेज सकता है। इससे बैंकिंग गोपनीयता बढ़ सकती है और आपको अपने वित्त की व्याख्या करने की आवश्यकता कम हो सकती है।
  • व्यापार मालिकों के लिए लाभ:- अपने व्यक्तिगत और कंपनी के वित्त को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन एक निजी बैंकिंग संबंध आपको अपने व्यक्तिगत वित्त को अधिकतम करने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने के बीच संतुलन खोजने में मदद कर सकता है।
  • वैकल्पिक निवेश तक पहुंच:- निजी बैंकिंग अनन्य हेज फंड और निजी पूंजी के अवसरों के द्वार खोल सकती है।

प्राइवेट बैंकिंग के नुकसान (Private Banking Disadvantages)

  • पारदर्शिता की कमी:- निजी बैंकिंग की विशिष्ट प्रकृति के कारण, सेवाओं और शुल्कों की पूरी सूची हमेशा उपलब्ध नहीं होती है। 
  • संभावित हितों का टकराव :- हालांकि कुछ निजी बैंक एक प्रत्ययी मानक का पालन करने का दावा करते हैं, कुछ प्रमाणित निजी बैंकर प्रत्ययी हैं। इसका मतलब है कि आपका बैंकर आपके हितों से आगे अपने हितों को प्राथमिकता दे सकता है। अकाउंटिंग और कंसल्टिंग फर्म क्रो के 2021 के एक अध्ययन के अनुसार, 62.4% वित्तीय संस्थानों के पास प्रदर्शन के लिए भुगतान प्रोत्साहन है।
  • निजी बैंकर सामान्यवादी होते हैं:- जबकि एक प्रमाणित निजी बैंकर आपको एक निजी बंधक या निवेश बैंकर से जोड़ने में सक्षम हो सकता है, यदि आप वित्तीय सलाहकारों, सीपीए, बंधक दलालों और व्यावसायिक सलाहकारों की अपनी टीम को इकट्ठा करते हैं तो आप बेहतर सेवा प्राप्त कर सकते हैं।

भारत में कितने पेमेंट बैंक है

प्राइवेट बैंकिंग सेवाएं (Private Banking Services)

प्राइवेट बैंकिंग सेवाएं बैंक से बैंक में भिन्न होती हैं, लेकिन आपको निजी बैंकिंग की पेशकश करने वाले कई बैंकों से मिलने वाली सेवाएं और उत्पाद इस प्रकार है-

  • जमा खातों पर अधिमानी दरें और मूल्य निर्धारण :- निजी बैंकिंग ग्राहक बचत खातों, ब्याज वाले चेकिंग खातों और मुद्रा बाजार खातों पर उच्च एपीवाई के लिए पात्र हो सकते हैं। वह अपने खातों पर कम शुल्क या छूट शुल्क का भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
  • सामान्य वित्तीय योजना :- एक निजी बैंकर ग्राहकों को प्रमुख वित्तीय निर्णयों के माध्यम से चल सकता है, जैसे यह तय करना कि घर पर कितना खर्च करना है या बच्चे की शिक्षा के लिए बचत कब शुरू करना है।
  • निवेश सलाह और धन प्रबंधन:- निजी बैंकर अक्सर अपने ग्राहकों को निवेश पर सलाह देकर वित्तीय योजनाकारों और सलाहकारों से जुड़ी भूमिका निभाते हैं| जिसमें परिसंपत्ति आवंटन (Asset Allocation) से लेकर टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग (Tax-loss Harvesting) से लेकर रिस्क मैनेजमेंट तक सब कुछ शामिल है।
  • एस्टेट प्लानिंग:-  ग्राहक निजी बैंकरों के साथ एक संपत्ति योजना कैसे स्थापित करें, इस पर प्रदान कर सकते हैं| हालांकि योजना के कुछ पहलुओं के लिए किसी अन्य पेशेवर की जैसे कि एक संपत्ति वकील की आवश्यकता होती है। निजी बैंकर अक्सर अपने ग्राहकों को उस उद्देश्य के लिए विश्वसनीय पेशेवरों के पास भेजते हैं।
  • उधार :- घर, निवेश संपत्ति या वाणिज्यिक संपत्ति खरीदने के इच्छुक ग्राहक सहायता के लिए अपने निजी बैंकर से संपर्क कर सकते हैं। कस्टम होम लेंडिंग समाधानों में विशेषज्ञता वाला एक निजी बंधक बैंकर जटिल गृह अधिग्रहण के लिए बेहतर विकल्प प्रदान कर सकता है। बैंकर विलासिता की वस्तुओं के लिए ऋण भी प्रदान कर सकते हैं। भले ही बैंक आम तौर पर आपकी विशिष्ट खरीद के लिए ऋण की पेशकश नहीं करता है| एक निजी बैंकर आपके लिए आवश्यक ऋण की व्यवस्था करने में सक्षम हो सकता है।
  • टैक्स प्लानिंग एंड फिलानथ्रॉपी:-  आपके टैक्स के बोझ को कम करने के लिए निजी बैंकर आपकी ओर से महत्वपूर्ण कर कानूनों के शीर्ष पर बने रह सकते हैं। वह  योगदान के लिए एक विशेष निवेश योजना विकसित करने के लिए गैर-लाभकारी प्रबंधन और परोपकारी रणनीति में अनुभवी पेशेवरों तक पहुंच प्रदान कर सकते हैं।
  • लोन और कैश फ्लो मैनेजमेंट :- संस्थान आमतौर पर अपने निजी बैंकिंग ग्राहकों को कम दरों पर ऋण प्रदान करते हैं। निजी बैंकर व्यावसायिक लागतों का प्रबंधन करने और हाथ में अत्यधिक नकदी से होने वाले नुकसान से बचने के लिए अतरल संपत्तियों से नकदी प्रवाह प्राप्त करने में भी मदद कर सकते हैं।

निजी भारतीय बैंक (Private Indian Banks)

यह वह बैंक होते है, जहां निजी शेयर रखने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक होती है| भारतीय बैंकिंग प्रणाली के आरंभ में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको का प्रभुत्व देखने को मिलता है| हालाँकि 1990 के बाद निजी क्षेत्र के बैंको का प्रभुत्व देखने को मिला है| क्योकि निजी क्षेत्र के बैंको में प्रौद्योगिकी का उदय देखने को मिला है| निजी बैंक सार्वजनिक बैंको के मुकाबले अधिक विकसित हुए है, और विकसित होते जा रहे है| क्योकि वह वृद्धि के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग कर रहे है, और नए वित्तीय उपकरणों व् आधुनिक नवाचार का लाभ उठा रहे है|

यहाँ इन बैंको को शुरुआती वर्ष के अनुसार दो भागों में दर्शा रहे है:-

  • पुराने निजी क्षेत्रीय बैंक (इन बैंको का उदय वर्ष 1968 से पहले हुआ था)
  • नए निजी क्षेत्र के बैंक (इन बैंको का उदय वर्ष 1990 के बाद हुआ था)

सरकारी बैंकों से लोन कैसे लें

निजी और सार्वजनिक बैंक में अंतर (Private and Public Banks Difference Between)

निजी बैंकसार्वजनिक बैंक
इसमें अधिकांश बैंक शेयर निजी निवेशकों के पास होते है|सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में सरकार के पास शेयर का प्रतिशत अधिक है|
भारतीय बैंकिंग प्रणाली में टोटल 27 सार्वजनिक बैंक है, और 4 स्थानीय क्षेत्र के बैंक भी शामिल है|भारतीय बैंकिंग सिस्टम में 21 निजी क्षेत्र के बैंक है|
निजी क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी 19.7% है।सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास बैंकिंग उद्योग की हिस्सेदारी 72.9% है| इसके परिणामस्वरुप भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर सार्वजनिक क्षेत्र की बैंको का कब्ज़ा है|

निजी बैंक और सार्वजनिक बैंको के मध्य कुछ अन्य अंतर इस प्रकार है:-

  • सार्वजनिक बैंक के ग्राहक निजी बैंको की तुलना में अधिक है| जब बैंक नीतियों में ब्याज दर व् नीति की बात आती है, तो निजी बैंको की तुलना में सार्वजनिक बैंको में अधिक पारदर्शिता होती है| सार्वजनिक बैंक की प्रमुख चिंताए उच्च श्रेणी की सेवाओं में है, जैसे कि सार्वजनिक बैंक द्वारा दिए गए ऋण की दर निजी बैंको की तुलना में थोड़ी ज्यादा है|
  • आईसीआईसीआई बैंक सबसे बड़ी निजी क्षेत्र वाली बैंको में से एक है| रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा वर्ष 1994 में भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में आईसीआईसीआई बैंक को बैंकिंग सुधार के रूप में प्राधिकरण मिला है| दुनिया के शीर्ष 100 महत्वपूर्ण बैंक के ब्रांडो में ICICI बैंक को भी गिन सकते है|
  • आय के मामले में निजी क्षेत्र की बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक सबसे बड़ा बैंक है, और सार्वजनिक क्षेत्र की बैंको में भारतीय स्टेट बैंक सबसे बड़ा बैंक है|

भारत के सरकारी बैंकों की सूची

राजस्व के अनुसार भारत के शीर्ष निजी बैंको में 3 बैंक कौन-सी है?

आय के मामले में 105,161 करोड़ रूपए के साथ एचडीएफ़सी बैंक पहले स्थान पर है, और 84,353 करोड़ रूपए की आय के साथ आईसीआईसीआई बैंक दूसरे और 56,044 करोड़ रूपए की आय के साथ एक्सिस बैंक तीसरे स्थान पर है|

टर्नओवर के आधार पर सबसे बड़ा भारतीय निजी बैंक कौन-सा है?

भारत का सबसे प्रमुख निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक है, जिसका पिछले वर्ष सर्वाधिक उल्लेखनीय कारोबार तक़रीबन 101,561 करोड़ रुपये था|

भारत के सबसे पुराने निजी बैंक का नाम क्या है?

भारत का सबसे पहला निजी बैंक इंडसइंड बैंक है, जिसकी स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी|

RBI Approved Loan Apps List