एमआईसीआर कोड क्या है ? MICR का फुल फॉर्म | MICR व IFSC में क्या अंतर है ?

आज के डिजिटल युग में पैसे का आदान-प्रदान अर्थात मनी एक्सचेंज करनें में मात्र कुछ ही सेकेंड्स का समय लगता है | आपने अक्सर देखा होगा, कि ऑनलाइन माध्यम जैसे नेफ्ट, आईएमपीएस, आरटीजीएस यहाँ तक कि पेटीएम और गूगल पे आदि से पैसे ट्रान्सफर करनें के लिए एक कोड की आवश्यकता होती है | जिसे उस कोड की जानकारी होगी सिर्फ वही व्यक्ति पैसे ट्रान्सफर कर सकता है | दरअसल यह कोड हमारे पैसे को सुरक्षा प्रदान करते है | इसके अलावा आपने आईएफसी और एमआईसीआर कोड के बारे में भी सुना होगा | दरअसल बैंकिंग के क्षेत्र में यह सभी जाने पहचाने शब्द है।

इन कोड्स का इस्तेमाल एक बैंक से दूसरे बैंक में किसी को पैसे ट्रांसफर करते समय किया जाता है | दरअसल यह कोड हमारी बैंक पासबुक में भी लिखे होते है | आज हम आपको यहाँ एमआईसीआर(MICR) कोड के बारें बताने जा रहे है | तो आईये जानते है, कि एमआईसीआर कोड क्या है ? MICR का फुल फॉर्म और MICR व IFSC में क्या अंतर है?

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एमआईसीआर का फुल फॉर्म (MICR Full Form in Hindi)

MICR (एमआईसीआर) का फुल फॉर्म ‘Magnetic Ink Character Recognition’(मैग्नेटिक इंक करैक्टर रेकग्निशन) होता है | जबकि हिंदी में एमआईसीआर का फुल फॉर्म ‘चुंबकीय स्याही चरित्र मान्यता’ होता है | इस कोड का उपयोग बैंक में चेक के क्लीयरेंस में किया जाता है | यह कोड बैंक चेक के नीचे एक लाइन में लिखा होता है |   

MICRFull Form in EnglishMagnetic Ink Character Recognition
एमआईसीआर फुल फॉर्मइन हिंदीचुंबकीय स्याही चरित्र मान्यता

एमआईसीआर कोड क्या है (MICR Code Kya Hai)

एमआईसीआर एक ऐसी तकनीक है, जिसका इस्तेमाल एक विशेष प्रकार की इंक अर्थात स्याही और अक्षरों की सहायता से ओरिजिनालिटी की पहचान की जाती है | दूसरे शब्दों में, एमआईसीआर कोड एक ऐसी तकनीक है, जिसका उपयोग किसी कागजी दस्तावेज़ की मौलिकता की जाँच करने के लिए किया जाता है। यह कोड एक विशेष प्रकार का कोड है, जिसे केवल इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सत्यापित किया जा सकता है।

इस कोड का उपयोग बैंक चेक क्लीयरेंस में किया जाता है। यह कोड चेक के नीचे एक लाइन में लिखा होता है, जिसे MICR बैंड कहते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस कोड का उपयोग बैंक शाखाओं की पहचान करने और चेक पास करने के लिए करता है। इस कोड के माध्यम चेक की सुरक्षा बढ़ाई जाती है। MICR कोड को पढ़ने के लिए MICR रीडर का प्रयोग किया जाता है।

एमआईसीआर कोड 9 अंकों का होता है, जो इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम में शामिल बैंक शाखा की पहचान संख्या है। इन 9 अंकों में पहले 3 अंक शहर के नाम को दर्शाते हैं, अगले 3 अंक बैंक के नाम और अंतिम 3 अंक बैंक की शाखा को दर्शाते हैं।

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एमआईसीआर कोड प्रक्रिया को कैसे तेज करता है (MICR Code Speed Up The Process?)

एमआईसीआर कोड अत्यधिक विशिष्ट है, जो आसानी से लेन-देन के मार्ग का पता लगाने में मदद करता है। मैन्युअल रूप से चेक भरते समय त्रुटि होने की संभावना बहुत अधिक होती है। इस संभावना को कम करने और तेजी से स्थानान्तरण की सुविधा के लिए MICR का उपयोग किया जाता है। इससे चेक बाउंस होने की घटनाओं में भारी कमी आई है। इस प्रकारदोनों पक्षों के लिए समय की बचत होती है। भारत में सभी बैंकों के अपने विशिष्ट MICR कोड होते हैं।

आईएफएससी कोड क्या है (IFSC Code)

आईएफएससी(IFSC) कोड बैंक की किसी शाखा का 11 अंकों का अल्फा-न्यूमेरिक कोड होता है। इस कोड द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और हमारी बैंकिंग प्रणाली सोर्स और गंतव्य शाखाओं की पहचान करती है। इस तरह IFSC कोड इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक/ऑनलाइन ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है।

भारतीय रिजर्व बैंक, केंद्रीय बैंकिंग प्राधिकरण पूरे भारत में सभी संबद्ध बैंकों और बैंकिंग मामलों को नियंत्रित करता है। आरबीआई सदस्य बैंकों को आईएफएस कोड जारी करती है। इसके अलावा रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया सभी बैंकों के आईएफएससी कोड को सूचीबद्ध और रिकॉर्ड भी रखता है।

आईएफएससी कोड क्यों महत्वपूर्ण है (IFSC Code Important)

बैंकिंग लेनदेन को मान्य करने के लिए आईएफएसकोड आवश्यक है। एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए बैंक और वित्तीय संगठन आईएफएसकोड का उपयोग करते हैं। एक कस्टमर के रूप मेंआपको अपने बैंक का IFSC कोड पता होना चाहिए। किसी अन्य अकाउंट होल्डर से भुगतान प्राप्त करने के लिए आपको उसे अपना IFSC कोड और खाता संख्या बताना पड़ता है।

जब आप किसी व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो आपको व्यक्ति के बैंक ब्रांच का IFSC कोड और खाता संख्या देना होता है। भारतीय रिजर्व बैंक IFSC कोड के माध्यम से लेनदेन और फंड एक्सचेंजों की पहचान, निगरानी और प्रमाणीकरण करता है। इसीलिए आरबीआई ने प्रत्येक चेक पन्ने पर IFSC कोड प्रकाशित करना अनिवार्य कर दिया है।

आईएफएससी कोड कहां मिल सकता है (Where to find IFSC Code)

एक बार जब आप किसी बैंक और उसकी शाखा का नाम जान लेते हैं, तो आप आरबीआई की वेबसाइट पर जा सकते हैं और उसके बैंकों की सूची और कोड सर्च कर सकते हैं, या आप बैंक को कॉल कर ब्रांच का आईएफएससी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने प्राप्तकर्ता के बैंक विवरण और चेक पर IFSC कोड भी देख सकते हैं।

आईएफएससीका उपयोग आरटीजीएस (RTGS) और नेफ्ट (NEFT) सिस्टम द्वारा भारत में बैंक खातों के बीच सरलता से फंड ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। इसलिए जब भी आप भारत में एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर कर रहे हों और जब आप विदेशों से भारत में किसी खाते में पैसे ट्रांसफर कर रहे हों, तो आपको IFSC की आवश्यकता होगी।पैसे भेजने के लिएआपको आईएफएससी के साथ प्राप्तकर्ता का बैंक नाम और खाता संख्या प्रदान करनी होती है। 

MICR व IFSC में क्या अंतर है (What is the difference between MICR and IFSC)

आईएफएससी कोडएमआईसीआर कोड
IFSC 11 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर होता है।MICR 9 अंकों का कोड होता है।
IFSC का उपयोग देश में काम करने वाले बैंकों के बीच इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर की सुविधा के लिए किया जाता है।MICR का उपयोग चेक प्रोसेसिंग को सरल और तेज बनाने के लिए किया जाता है।
IFSC कोड मेंपहले चार अक्षर बैंक के नाम को दर्शाते हैं।MICR कोड में चौथे, पांचवें और छठे अंक का संयोजन बैंक कोड को दर्शाता है।
IFSC में, अंतिम छह वर्ण शाखा कोड का प्रतिनिधित्व करते हैं।MICR कोड में अंतिम तीन अंक बैंक शाखा कोड को दर्शाते हैं। 

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