आज के इस आधुनिक युग में धन की बचत करना काफी कठिन है| हालाँकि बहुत से लोग पैसों की सेविंग करनें के मामले में बहुत ही माहिर होते है, जबकि कुछ लोगो की आय बहुत ही अच्छी होती है, परन्तु बचत के नाम पर उनके पास कुछ नही होता है | अधिकांश लोग धन की बचत करनें के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते है |

वर्तमान समय में बचत के लिए सरकारी, गैर-सरकारी बैंकों तथा डाकघर द्वारा आरडी (RD) और एफडी (FD) आदि अनेक प्रकार की सुविधाएँ दे रही है | आज हम आपको अपनें इस लेख के माध्यम से एफडी (FD) के बारें में पूरी जानकारी दे रहे है, तो आईये जानते है, एफडी (FD) क्या होता है, फुल फॉर्म, FD Account कैसे खोले, ब्याज़ दर के बारें में |
एफडी का फुल फॉर्म (FD Full Form)
FD (एफडी) का फुल फॉर्म ‘Fixed Deposit’ (फिक्स्ड डिपाजिट) होता है | एफडी को हिंदी में ‘सावधि जमा’ कहते है | एफडी अर्थात फिक्स्ड डिपॉजिट के अंतर्गत निवेशकों द्वारा निवेश किये गये धन को एक निश्चित अवधि तक छोड़ना होता है | दरअसल, एफडी लेने का मुख्य उद्देश्य किसी विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए बचत करना होता है।
FD Full Form In English | ‘Fixed Deposit’ |
एफडी फुल फॉर्म इन हिंदी | ‘सावधि जमा’ |
एफडी क्या होता है (What Is Fixed Deposit- FD)
फिक्स्ड डिपॉजिट अर्थात एफडी सेविंग करनें का एक अत्यधिक सुरक्षित और सरल तरीका है | एफडी अकाउंट लेने पर निवेशकों को सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निवेश करनें से पहले ही आपको इस बात की जानकारी मिल जाती है, कि कि मैच्यूरिटी पर आपको कितना लाभ प्राप्त होगा | दूसरे शब्दों में, निवेशकों द्वारा जमा धनराशि पर उन्हें पहले से निर्धारित दर से ब्याज मिलता है | किसी भी प्रकार की स्थिति में उन्हें निर्धारित राशि से न ही कम मिलता है और न ही अधिक |

किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस के माध्यम से फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा धनराशि को एक निश्चित समय अवधि से पहले नहीं निकला जा सकता है | यदि कोई निवेशक किसी विशेष परिस्थित में इस पैसे को निकालना चाहता है, तो उन्हें इसके लिए सम्बंधित बैंक या डाकघर में पहले से सूचना देनी पड़ती है | हालाँकि इसके लिए निवेशक को जुर्माना भी देना पड़ता है | आपको बता दें, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की न्यूनतम अवधि 6 माह और अधिकतम समय अवधि 10 वर्ष तक की होती है |
एफडी पर ब्याज दर क्या होती है (What is The Interest Rate on FD)
यदि हम एफडी पर मिलनें वाले ब्याज दर की बात करे, तो इसमें सिंपल सेविंग अकाउंट (Saving Account) और करंट अकाउंट (Current Account) की अपेक्षा ब्याज अधिक मिलता है | हालाँकि कुछ समय पूर्व फिक्स्ड डिपाजिट अमाउंट पर निवेशकों को लगभग 15 प्रतिशत ब्याज मिलता था परन्तु इस वर्तमान समय में एफडी में इंटरेस्ट रेट घटकर 7 से 9 प्रतिशत हो गया है |
इसके आलावा अपनें बचत खाते का एफडी करवाने पर निवेशकों की धनराशि मात्र चार से पांच वर्ष (Four to Five Years) में दोगुनी अर्थात डबल हो जाती थी | जबकि इस समय पैसा दोगुना होनें में कम से कम आठ से दस वर्ष का समय लगता है | यहाँ तक कि आगामी आने वाले समय में एफडी की गयी धनराशि को डबल होनें में समय और अधिक लग सकता है |
एफडी अकाउंट पर ब्याज दर कम होनें का कारण (Reasons for Low Interest Rate on FD)
एफडी अकाउंट पर ब्याज दर कम होनें का मुख्य कारण यह है, कि जब किसी भी देश के केन्द्रीय बैंक द्वारा प्रति वर्ष मुद्रास्फीति समायोजन (Inflation Adjustment) किया जाता है, तो मुद्रा की कीमत में कमी आ जाती है |
निरंतर महंगाई बढ़नें से लगभग सभी देशों की मुद्राओं में लगातार कमी होती जा रही है। जिसके कारण लोगो के बैंक अकाउंट में जमा धनराशि पर केंद्रीय बैंक (Central Bank) द्वारा कटौती की जाती है अर्थात ब्याज दर कम हो जाती है |
एफडी अकाउंट से लाभ (FD Account Benefits)
- एफडी के माध्यम से धन का निवेश करनें का सबसे सुरक्षित तरीका है, जिस पर मार्किट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है |
- फिक्स डिपोजिट में निवेशकों द्वारा जमा की गयी धनराशि पर ब्याज दर अन्य खातों की अपेक्षा अधिक होती है |
- एफडी में पांच वर्ष के लिए पैसा जमा करनें पर निवेशकों को इनकम टैक्स में छूट मिलनें के साथ ही इसमें जमा मूलधन और मिलनें वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं देना होता है।
- निवेशक को तत्काल धन की आवश्यकता पड़ने पर वह अपनें एफडी अकाउंट से ऋण ले सकते है और अपनी सहूलियत के मुताबिक धन की वापसी कर सकते है|
- आप फिक्स डिपोजिट सुविधा का लाभ किसी भी बैंक से लेकर गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (Non-Banking Financial Companies) से प्राप्त कर सकते है |
एफडी पर टैक्स कटौती का नियम (Tax Deduction Rule on FD)
एफडी पर टैक्स निवेशक के इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slab) के आधार पर 0 से 30 फीसदी तक कटता है | यदि आपको एफडी से एक वर्ष में 10 हजार रुपये से अधिक ब्याज प्राप्त होता है, तो निवेशक को एफडी पर 10 फ़ीसदी टैक्स अर्थात कर का भुगतान करना होगा | हालाँकि इसके लिए निवेशक को अपनें पैन कार्ड (PAN Card) की छाया-प्रति जमा करना आवश्यक होता है, पैन कार्ड जमा न करनें की स्थिति में 20 फीसदी टीडीएस कट जाता है |
टैक्स कटौती (Tax Deducted) से बचनें के लिए निवेशकों को फॉर्म 15A फॉर्म जमा करना होता है | दरअसल यह ऐसे निवेशकों के लिए लागू होता है, जो किसी इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आते है | यदि निवेशक सीनियर सिटीजन (Senior Citizens) है, तो उन्हें टैक्स कटौती से बचनें के लिए 15H फॉर्म जमा करना आवश्यक होता है |
एफडी अकाउंट खोलनें हेतु आवश्यक दस्तावेज
- पहचान का प्रमाण (Proof of Identification)
- निवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
- पैन कार्ड की छाया प्रति (Photocopy of PAN Card)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
- फिक्स्ड डिपाजिट (FD) फॉर्म Fixed Deposit (FD) Form
- आप जितने रुपयों की FD कराना चाहते है, उसकी चेक (Check the amount of FD)
एफडी अकाउंट कैसे खोले (How To Open FD Account)
यदि आप अपनी धनराशि को एफडी अकाउंट में जमा करना चाहते है, तो आप इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है | ऑफलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत आपको अपनें नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाना होगा | सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात आपको एक फॉर्म भरनें के साथ ही एफडी की जानें वाली धनराशि या चेक देना होगा |
इसके आलावा आप इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से आप घर बैठे ऑनलाइन एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है | इसके लिए आप जिस बैंक या डाकघर में एफडी अकाउंट खोलना चाहते है, उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा |