बैंक एफडी योजना मुनाफा कमाने का सबसे लोकप्रिय तरीका बन गया है| एफडी (फिक्स्ड डिपॉज़िट) लोगो को निश्चित आय के साथ पूँजी सुरक्षा की सुविधा प्रदान करता है, यही वजह है, कि निवेश के लिए इसे सबसे लोकप्रिय विकल्प माना जा रहा है| एफडी में आप न्यूनतम 7 दिन से लेकर 10 वर्ष की अवधि तक निवेश कर सकते है| बचत खाते की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दर लगभग दोगुना है| शार्ट और लॉन्ग अवधि वाले निवेशकों के लिए एफडी एक बढ़िया विकल्प है|

यह लोगो को एफडी करने के साथ ही उन्हें अल्पकालिक व आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने और सेवा-निवृत्ति के बाद एक निश्चित आय का मुख्य स्त्रोत प्रदान करता है| अनुसूची बैंक आम नागरिकों को 7 दिन से 10 वर्ष की अवधि के साथ सालाना 2.50% से 9.10% ब्याज दर प्रदान कर रहा है| वही वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 0.50% से 0.75% तक अतिरिक्त ब्याज दिया जाता है| लगभग सभी बैंक और एनबीएफसी अपने ग्राहकों को एफडी की सुविधा प्रदान करती है|
बैंक के मुकाबले एनबीएफसी अपने ग्राहकों को एफडी पर अधिक ब्याज देता है, किन्तु इसे बैंक की तुलना में कम सिक्योर माना जाता है| जबकि बैंक एफडी ज्यादा सुरक्षित है| वर्तमान में निवेशकों के बीच एफडी की लोकप्रियता काफी बढ़ती हुई दिखाई दे रही है| ऐसे में अगर आप भी एफडी में निवेश करने की सोच रहे है, तो यहाँ पर आपको एफडी स्कीम में निवेश कैसे करें, तथा सबसे अच्छा FD प्लान कौन सा है और FD Intrest Rate क्या है, की जानकारी दे रहे है|
एफडी रिटर्न क्या है (Fixed Deposit Return)
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट और एनबीएफसी पर जो ब्याज मिलता है, उसे ही एक्चुअल रिटर्न कहते है| ग्राहक अपनी जरूरत और बैंक से मिल रहे ब्याज की गणना कर एफडी में इन्वेस्ट कर सकता है, साथ ही एफडी पर मिलने वाले ब्याज की निकासी के कार्यकाल को भी फिक्स्ड कर सकता है| निवेश के समय एफडी पर ब्याज को सेलेक्ट कर सकते है, जिसमे आपको मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक और एफडी परिपक्वता का ऑप्शन मिल जाएगा|
एफडी करते समय ब्याज दर के साथ ही लिक्विडिटी को भी ध्यान में रखना चाहिए, ताकि जरूरत के समय एफडी को निकालने में परेशानी न हो| एफडी में ज्यादा इंटरेस्ट पाने के लिए परफेक्ट टाइमिंग को ध्यान में रखना जरूरी है| परफेक्ट टाइमिंग का अर्थ सिर्फ फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि से नहीं है, बल्कि मैच्योरिटी पीरियड में रिटर्न कैलकुलेशन भी सही होनी चाहिए| तभी व्यक्ति एफडी से अधिक ब्याज अर्जित करने में सक्षम हो पाएगा|
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कैसे करे
फिक्स्ड डिपॉज़िट की ब्याज़ दर (FD Intrest Rate)
एफडी (फिक्स्ड डिपॉज़िट) की ब्याज दर अलग-अलग बैंक / एनबीएफसी और एफडी अवधि के अनुसार अलग-अलग होती है| कई NBFCs, स्माल फाइनेंस, निजी और पब्लिक सेक्टर वाली बड़ी बैंक अधिक ब्याज के साथ एफडी योजनाए प्रदान करती है, नीचे आपको सभी बैंको में एफडी ब्याज दर की जानकारी दे रहे है:-
स्मॉल फाइनेंस बैंकों में एफडी ब्याज दर:-
बैंक का नाम | ब्याज दर वार्षिक | |||
अधिकतम स्लैब | 1 वर्ष की अवधि पर | 3 वर्ष की अवधि पर | 5 वर्ष की अवधि पर | |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.75% | 6.75% | 7.75% | 7.00% |
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.60% | 7.15% | 7.15% | 7.10% |
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% | 8.20% | 8.00% | 7.25% |
ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% | 6.00% | 6.75% | 6.25% |
फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.51% | 7.50% | 8.00% | 8.00% |
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% | 7.25% | 7.35% | 6.00% |
नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% | 6.50% | 7.25% | 6.25% |
शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.00% | 7.50% | 8.00% | 7.00% |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक | 9.10% | 6.85% | 8.60% | 9.10% |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.25% | 8.25% | 7.20% | 7.20% |
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक | 9.00% | 7.35% | 8.10% | 7.65% |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.25% | 7.75% | 8.25% | 7.50% |
निजी बैंको में एफडी की सर्वेश्रेष्ठ ब्याज दर:-
बैंक का नाम | ब्याज दर वार्षिक | |||
अधिकतम स्लैब | 1 वर्ष की अवधि पर | 3 वर्ष की अवधि पर | 5 वर्ष की अवधि पर | |
एक्सिस बैंक | 7.10% | 6.75% | 7.00% | 7.00% |
बंधन बैंक | 8.00% | 7.25% | 7.25% | 5.85% |
सिटी यूनियन बैंक | 7.75% | 6.75% | 7.25% | 6.90% |
CSB बैंक | 7.35% | 5.00% | 5.75% | 5.75% |
DBS बैंक | 7.50% | 6.25% | 6.50% | 6.50% |
DCB बैंक | 8.00% | 7.25% | 8.00% | 7.75% |
धनलक्ष्मी बैंक | 7.25% | 6.75% | 6.50% | 6.60% |
फेडरल बैंक | 7.25% | 6.80% | 6.60% | 6.60% |
HDFC बैंक | 7.25% | 6.60% | 7.00% | 7.00% |
ICICI बैंक | 7.10% | 6.70% | 7.00% | 7.00% |
IDBI बैंक | 7.15% | 6.75% | 6.50% | 6.50% |
IDFC फर्स्ट बैंक | 7.50% | 6.50% | 7.25% | 7.00% |
इंडसइंड बैंक | 7.75% | 7.75% | 7.50% | 7.25% |
जम्मू और कश्मीर बैंक | 7.10% | 7.10% | 6.50% | 6.50% |
कर्नाटका बैंक | 7.30% | 7.00% | 6.50% | 6.50% |
करूर वैश्य बैंक | 7.30% | 7.00% | 7.00% | 6.25% |
कोटक महिंद्रा बैंक | 7.20% | 7.10% | 6.50% | 6.20% |
नैनीताल बैंक | 7.05% | 6.70% | 6.25% | 5.75% |
RBL बैंक | 7.80% | 7.00% | 7.10% | 7.10% |
SBM बैंक | 7.75% | 7.05% | 7.30% | 7.75% |
साउथ इंडियन बैंक | 7.40% | 6.60% | 6.50% | 6.00% |
तमिलनाडू मर्केंटाइल बैंक | 8.00% | 7.25% | 6.50% | 6.50% |
यस बैंक | 7.75% | 7.50% | 7.25% | 7.00% |
पब्लिक सेक्टर वाली बैंकों में एफडी की ब्याज दर:-
बैंक का नाम | ब्याज दर वार्षिक | |||
अधिकतम स्लैब | 1 वर्ष की अवधि पर | 3 वर्ष की अवधि पर | 5 वर्ष की अवधि पर | |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 7.25 | 6.75 | 7.05 | 6.50 |
बैंक ऑफ इंडिया | 7.00 | 7.00 | 6.50 | 6.00 |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 7.00 | 6.35 | 6.00 | 5.75 |
केनरा बैंक | 7.25 | 7.00 | 6.80 | 6.70 |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 7.10 | 6.75 | 6.25 | 6.25 |
इंडियन बैंक | 7.25 | 6.10 | 6.25 | 6.25 |
इंडियन ओवरसीज़ बैंक | 7.25 | 6.50 | 6.50 | 6.50 |
पंजाब व सिंध बैंक | 7.35 | 6.40 | 6.25 | 6.25 |
पंजाब नेशनल बैंक | 7.25 | 6.75 | 7.00 | 6.50 |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 7.10 | 6.80 | 6.50 | 6.50 |
यूको बैंक | 7.20 | 6.75 | 6.30 | 6.20 |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 7.00 | 6.30 | 6.50 | 6.70 |
Minimum/Ideal Cibil Score for Loan
कर बचत एफडी की ब्याज दर:-
बैंक का नाम | ब्याज दर | |
आम नागरिक | वरिष्ठ नागरिक | |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.20% | 7.70% |
एक्सिस बैंक | 7.00% | 7.75% |
बंधन बैंक | 5.85% | 6.60% |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 6.50% | 7.15% से 7.50% तक |
बैंक ऑफ इंडिया | 6.00% | 6.75% |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 5.75% | 6.25% |
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.10% | 7.75% |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 6.25% | 6.75% |
DCB बैंक | 7.75% | 8.25% |
फेडरल बैंक | 6.60% | 7.25% |
फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.00% | 8.60% |
HDFC बैंक | 7.00% | 7.50% |
ICICI बैंक | 7.00% | 7.50% |
IDBI बैंक | 6.50% | 7.00% |
IDFC फर्स्ट बैंक | 7.00% | 7.50% |
इंडियन बैंक | 6.10% से 6.25% तक | 6.60% से 6.75% तक |
इंडियन ओवरसीज़ बैंक | 6.50% | 7.00% |
इंडसइंड बैंक | 7.25% | 7.75% |
जम्मू और कश्मीर बैंक | 6.50% | 7.00% |
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक | 6.00% | 6.70% |
कर्नाटक बैंक | 6.50% | 6.90% |
कोटक महिंद्रा बैंक | 6.20% | 6.70% |
करूर वैश्य बैंक | 5.90% | 5.90% |
पंजाब व सिंध बैंक | 6.25% | 6.75% |
पंजाब नेशनल बैंक | 6.50% | 7.00% |
RBL बैंक | 7.10% | 7.60% |
SBM बैंक | 7.75% | 8.25% |
शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.00% | 7.50% |
साउथ इंडियन बैंक | 6.00% | 6.50% |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 6.50% | 7.50% |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक | 9.10% | 9.60% |
तमिलनाडू मर्केंटाइल बैंक | 6.50% | 6.50% |
यूको बैंक | 6.20% | 6.70% |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.20% | 7.95% |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 6.70% | 7.20% |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.50% | 8.10% |
Urban Company Pay Later Loan Online Apply
सबसे अच्छा FD प्लान कौन सा है (FD Best Plan)
फिक्स्ड डिपॉजिट में अच्छा रिटर्न पाने के लिए लॉन्ग टर्म निवेश का तरीका अपनाया जा सकता है| अगर एफडी को लॉन्ग टर्म के लिए किया जाए, तो यह काफी बेहतर होगा| बैंक ग्राहक एफडी पर यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न शुल्क लगाता है, कि ग्राहक ने निश्चित अवधि से पहले ही फिक्स्ड डिपॉजिट राशि निकाली है|
एफडी पर ज्यादा रिटर्न पाने का एक बेहतर तरीका यह भी है, कि ग्राहक अपने निवेश को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर कई परिपक्वता पीरियड में निवेश कर सकता है| यह प्रक्रिया लैडर कहलाती है|
लैडर क्या है (Ladder)
लैडरिंग सुविधा में एफडी नियमित अंतराल पर मैच्योर होती रहती है, ताकि रिटर्न में अच्छा इजाफा हो सके| जैसे किसी व्यक्ति ने 5 लाख रूपए एफडी में निवेश किए है, जिसमे वार्षिक ब्याज 9% दिया जा रहा है| अब आप एक वर्ष के लिए एक लाख रूपए निवेश करे, तथा बची हुई रकम से एक लाख रूपए को दो वर्ष के लिए निवेश करें| इसी तरह से 5 लाख में बची रकम में से एक लाख रूपए को 3 वर्ष, और फिर 1 लाख रूपए को 4 वर्ष, तथा अंत में आखरी 1 लाख रूपए को 5 वर्ष के लिए एफडी में निवेश करें|
इस तरह से आप 5 लाख रूपए को 5 अलग-अलग हिस्सों में बांटकर अलग-अलग कार्यकाल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते है| इसके बाद जब एफडी एक वर्ष के बाद परिपक्व होगी, तो आपको 1.09 लाख रूपए का रिटर्न मिलेगा| अगर इसी राशि को आप 5 वर्ष के लिए एफडी में निवेश करते है, तो इस समय बैंक आपको फिक्स्ड डिपॉजिट पर 10% की दर से ब्याज दे सकता है| इसी तरह से जो दूसरी एफडी 2 वर्ष बाद मैच्योर होने वाली है, उसकी अवधि पूरी होने पर उसे अगले 5 वर्ष के लिए फिर से फिक्स्ड डिपॉजिट कर दे| इस प्रक्रिया की खास बात यह है, कि ब्याज दर बढ़ने पर आपको हमेशा इसका फायदा मिलता रहेगा|
बाइक / टू व्हीलर लोन कैसे मिलता है
परिपक्वता से पहले एफडी तोड़ने के नुकसान (FD Before Maturity Breaking Disadvantages)
- फिक्स्ड डिपॉजिट में आप लैडरिंग प्रक्रिया की सहायता से नियमित अंतराल पर पैसे निकाल सकते है, क्योकि जरूरत पड़ने पर पैसा वापिस कर दिया जाता है| इसमें अगर आप एफडी करते है, और समय से पहले ही रकम निकाल लेते है, तो आपको हानि उठानी पड़ सकती है|
- यदि किसी व्यक्ति ने 5 वर्ष के लिए एफडी की हुई है, और वह 4 वर्ष के अंदर ही रकम निकालना चाहता है, तो बैंक उस पर पेनल्टी लगाएगा|
- सीढ़ी चढ़कर आप हर साल कुल रकम का 1% निकाल सकते है, क्योकि इसमें एफडी इसी समय के लिए ही की गई है|
- आप मार्केट में चल रहे रियल टाइम ब्याज दर का लाभ ले सकते है|
लिक्विडिटी (Liquidity)
अगर आप लैडर डिपॉजिट करते है, तो आपको प्रत्येक वर्ष कुछ पैसा मिलेगा| जिसे आप चाहे तो 3 या 6 माह के बीच फिक्स्ड डिपॉजिट भी कर सकते है| आरंभ में शायद आप सीढ़ीदार फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदों को न समझ पाए| लेकिन जब आप इसकी लगातार गणना करेंगे, तो आपको इसका फायदा दिखाई देगा|
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है
फिक्स्ड डिपॉजिट करने के फ़ायदे (Fixed Deposit Benefits)
एफडी में निवेश करने के कई फ़ायदे है, जिसमे से सबसे बड़ा फायदा निवेश में कम जोखिम है| नीचे आपको एफडी में निवेश करने पर फ़ायदे बताए जा रहे है:-
- निवेश लाभ:- आप जिस ब्याज दर के साथ एफडी शुरू करेंगे, वह दर मैच्योरिटी तक सामान रहेगी| जैसे किसी व्यक्ति ने 3 वर्ष के लिए 6% वार्षिक दर के साथ एफडी ली हुई है, तो 3 वर्ष की अवधि पूरी होने तक ब्याज दर सामान रहेगी| इस तरह से फिक्स्ड डिपॉजिट अन्य छोटी बजट योजनाओं के मुकाबले अधिक स्थिर आय प्रदान करता है|
- जोखिम मुक्त निवेश:- बैंक एफडी को DICGC के अंतर्गत सुरक्षा प्रदान की जाती है| यह सुविधा इंश्योरेंस कुमुलेटिव बैंक डिपॉज़िट जैसे:- सेविंग्स अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉज़िट, करेंट डिपॉज़िट और रेकरिंग डिपॉज़िट पर लागू होती है| इस इंश्योरेंस के अंतर्गत यदि बैंक दिवालिया हो जाता है, या किसी कारणवश बंद हो जाता है, तब भी जमाकर्ता को बैंक में जमा उसकी कुल राशि का अधिकतम 5 लाख रूपए तक वापिस मिल जाएगा|
- टैक्स में बचत:- कई बैंक और एनबीएफसी संस्थाए 5 वर्ष की लॉक-इन अवधि वाली कर बचत फिक्स्ड डिपॉजिट योजना ऑफर करती है| जिसमे निवेश करने पर निवेशक को IT Act Section 80C के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 1.5 लाख रूपए तक कर लाभ मिलता है|
- एफडी पर लोन:- निवेशक जरूरत पड़ने पर अपनी एफडी पर लोन की सुविधा का भी लाभ ले सकता है| एफडी लोन ओवरड्राफ्ट की सुविधा के रूप में दिया जाता है, जिसमे एफडी राशि कोलैटरल/सिक्योरिटी के रूप में रखी जाती है| इसके साथ ही निवेशक को लिए गए लोन अवधि के दौरान एफडी पर ब्याज भी मिलता रहता है| एफडी पर लोन की विशेषता इसे और भी खास बनाती है, क्योकि इसमें आपको फिक्स्ड डिपॉजिट को समय से पहले नहीं बंद करना पड़ता है, तथा आप उस पर लगने वाले दंड से भी बच जाते है|
- एफडी द्वारा क्रेडिट कार्ड:- यदि आपका क्रेडिट स्कोर काफी ख़राब या शून्य है, तब भी आप अपनी एफडी के माध्यम से क्रेडिट कार्ड ले सकते है| आप इस सिक्योर्ड कार्ड के माध्यम से जो ट्रांजैक्शन करेंगे, उसकी रिपोर्ट क्रेडिट ब्यूरो को दी जाएगी, साथ ही यह सिक्योर्ड कार्ड आपके सिबिल स्कोर को सुधारने में भी मदद करेगा| जो लोग अपनी जॉब प्रोफाइल, नियोक्ता प्रोफाइल या अन्य किसी कारण की वजह से रेगुलर क्रेडिट कार्ड नहीं ले पाते है, उनके लिए सिक्योर्ड कार्ड काफी मददगार हो सकता है|
बैंक का लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है
कर बचत एफडी की न्यूनतम लॉक–इन अवधि क्या है?
कर बचत एफडी के लिए न्यूनतम लॉक–इन अवधि 5 वर्ष रखी गई है|
क्या एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स लिया जाता है?
यदि किसी व्यक्ति को एक वर्ष में 40,000 रूपए से अधिक ब्याज मिलता है, तो उस ब्याज पर 10% TDS कटेगा, वरिष्ठ नागरिको के लिए यह TDS राशि ब्याज राशि के 50,000 रूपए से अधिक होने पर कटेगी|